
Peepal Tree :-
पीपल के वृक्ष ( peepal tree ) के में जो दिव्य देवीय गुण है , उसको हम ज्योतिष नक्षत्रों के योग से मिलाकर विभिन्न प्रकार के लाभ प्राप्त कर सकते है. हिन्दू धर्म के शास्त्रों एवं ग्रंथो के अनुसार पीपल के वृक्ष को दिव्यता से परिपूर्ण माना गया है ज्योतिष शास्त्र में भी यह बताया गया है की पीपल के वृक्ष ( peepal tree ) में असीम दिव्य शक्तियां भरी हुई है.
पुराणों में बताई गयी एक कथा के अनुसार लक्ष्मी और उनकी छोटी बहन दरिद्रा भगवान विष्णु के पास गयी तथा उनसे प्राथना करने लगी की हे प्रभु ! हम कहा रहे ? तब भगवान विष्णु ने उन दोनों की इस समस्या को दूर करने के लिए पीपल के वृक्ष ( peepal tree ) को उतपन्न करते हुए लक्ष्मी और दरिद्रा से कहा की आज से तुम्हारा निवास स्थान यह पीपल का वृक्ष होगा. इस तरह वे दोनों पीपल के वृक्ष ( peepal tree ) में रहने लगे. भगवान विष्णु की तरफ से पीपल के वृक्ष को यह वरदान मिला की जो भी व्यक्ति पीपल के वृक्ष की पूजा करेगा, उसे शनि ग्रह के प्रभाव से मुक्ति मिलेगी तथा उस पर देवी लक्ष्मी की अपार कृपा होगी .
भारतीय ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार कुल 28 नक्षत्र होते है परन्तु प्रचलन में केवल 27 नक्षत्र है. इन्ही नक्षत्रों के आधार पर प्रत्येक मनुष्य का उसके जन्म के समय नामकरण होता है अर्थात इन्ही नक्षत्रों के पहले अक्षर के आधार पर मनुष्य का नाम रखा जता है तथा इन नक्षत्रों के अलग-अलग स्वामी ग्रह होते है.
हम कैसे उठा सकते है लाभ , अपने नक्षत्रों के आधार पर पीपल के वृक्ष ( peepal tree ) की पूजा कर :-
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार प्रत्येक ग्रह 3 नक्षत्रों के स्वामी होते है, तथा हर मनुष्य के नक्षत्र का कोई स्वामी ग्रह होता है. आप अपने नक्षत्र के अनुसार अपने ग्रह के स्वामी को प्रसन्न करने के लिए पीपल के वृक्ष ( peepal tree ) के पूजा की दी गई इस प्रयोग विधि का प्रयोग करें, इससे आपको असीम लाभ की प्राप्ति होगी .
विभिन्न ग्रहों से संबंधित पीपल वृक्ष ( peepal tree ) के प्रयोग नियम :-
सूर्य :-
रविवार के दिन पीपल के वृक्ष ( peepal tree )की 5 परिक्रमा करें .
व्यक्ति का जन्म जिस नक्षत्र में हुआ उस दिन भी पीपल के वृक्ष ( peepal tree )की 5 परिक्रमा करना अनिवार्य है .
पानी में कच्चा दूध मिलाकर पीपल के वृक्ष को अर्पित करें .
रविवार वाले दिन और अपने नक्षत्र वाले दिन पीपल के वृक्ष ( peepal tree )में पांच पुष्प अवश्य अर्पित करें, तथा इसके साथ अपनी मनोकामना अवश्य रखे जिससे आपको आपकी हर समस्याओं से मुक्ति मिलेगी और धन प्राप्ति को योग बनेगा.
चन्द्र :-
प्रति सोमवार तथा जिस दिन आपका जन्म नक्षत्र हो उस दिन पीपल के वृक्ष ( peepal tree ) की 4 परिक्रमा करें तथा पीपल के वृक्ष ( peepal tree )में सफेद पुष्प अर्पित करें.
पीपल की कुछ टहनियों को स्नान जल में कुछ देर तक रखना चाहिए तथा कुछ समय पश्चात उस जल से स्नान करना चाहिए.
सोमवार तथा आपके जन्म नक्षत्र वाले दिन सदैव एक पीपल का पत्ता तोड़ उसे अपने कार्यस्थल में रखे, आपको धन प्राप्ति होगी और आप प्रगति की ओर अग्रसर होंगे.
पीपल वृक्ष ( peepal tree )के नीचे प्रति सोमवार कपूर मिलकर घी का दीपक लगाना चाहिए.
मंगल :-
जन्म नक्षत्र और मंगलवार वाले दिन व्यक्ति को ताम्बे के लोटे में जल लेकर पीपल के वृक्ष ( peepal tree )में अर्पित करने चाहिए .
लाल रंग के पुष्प प्रतिदिन मंगलवार प्रातः पीपल के वृक्ष ( peepal tree )पर अर्पित करें.
मंगलवार को पीपल के वृक्ष ( peepal tree ) की 8 परिक्रमा करें तथा जन्म नक्षत्र वाले दिन पीपल के नवीन लाल पत्तो की कोपलों को तोड़ स्नान जल में डाले तथा उससे स्नान करें.
प्रति मंगलवार और अपने जन्म नक्षत्र वाले दिन अलसी के तेल का दीपक पीपल के वृक्ष ( peepal tree ) के नीचे लगाना चाहिए.
बुध :-
किसी खेत में जंहा पीपल का वृक्ष ( peepal tree ) हो वहां नक्षत्र वाले दिन जा कर, पीपल के नीचे स्नान करना चाहिए.
पीपल के तीन हरे पत्तों को जन्म नक्षत्र वाले दिन और बुधवार को स्नान के जल में डाल कर उस जल से स्नान करना चाहिए.
पीपल वृक्ष ( peepal tree ) की प्रति बुधवार और नक्षत्र वाले दिन 6 परिक्रमा अवश्य करनी चाहिए.
पीपल वृक्ष के नीचे बुधवार और जन्म, नक्षत्र वाले दिन चमेली के तेल का दीपक लगाना चाहिए
बुधवार के दिन चमेली का थोड़ा सा इत्र पीपल के वृक्ष ( peepal tree ) में अवश्य लगना चाहिए, अवश्य शीघ्र लाभ होता है.
बृहस्पति :-
बृहस्पति के दिन और अपने जन्म नक्षत्र के दिन पीपल के वृक्ष ( peepal tree ) में पिले पुष्प अर्पित करने चाहिए तथा हल्दी को पीसकर उसे जल में मिलाना चाहिए व इसे पीपल के वृक्ष में अर्पित करना चाहिए.
पीपल के वृक्ष ( peepal tree ) के निचे इस दिन को कोई मीठा मावा, शक़्कर या कोई मिठाई अर्पित करनी चाहिए.
पीपल के पत्ते को स्नान जल में डाल कर उस जल से स्नान करें तथा उपरोक्त बताए गए दिन में सरसो का तेल का दीपक पीपल के वृक्ष के नीचे जलाए.
शुक्र :-
जन्म नक्षत्र वाले दिन पीपल वृक्ष के नीचे बैठ कर स्नान करना.
जन्म नक्षत्र वाले दिन और शुक्रवार को पीपल पर दूध चढाना.
प्रत्येक शुक्रवार प्रातः पीपल की 7 परिक्रमा करना.
पीपल के नीचे जन्म नक्षत्र वाले दिन थोड़ासा कपूर जलाना.
पीपल पर जन्म नक्षत्र वाले दिन 7 सफेद पुष्प अर्पित करना.
प्रति शुक्रवार पीपल के नीचे आटे की पंजीरी सालना.
शनि :-
शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष पर थोड़ा सा सरसो का तेल चढ़ाए तथा इस दिन पीपल के वृक्ष के नीचे तिल के तेल का दीपक जलना चाहिए.
इस दिन पीपल के वृक्ष में आप कोई भी पुष्प अर्पित कर सकते है तथा उन्हें गुड या मिश्री अर्पित करनी चाहिए.
इस दिन पीपल के वृक्ष की पूजा करने से सभी नक्षत्रों के व्यक्ति शनि दोष से मुक्ति पा सकते है.
राहु :-
जन्म नक्षत्र वाले दिन पीपल के वृक्ष ( peepal tree ) के 21 बार परिक्रमा करें.
शनिवार वाले दिन पीपल के वृक्ष में शहद चढ़ाए.
जन्म नक्षत्र वाले दिन पीपल के वृक्ष ( peepal tree ) के नीचे किसी गरीब को कोई मीठा भोजन कराए.
शनिवार वाले दिन पीपल के वृक्ष के नीचे गोमूत्र मिल जल से स्नान करने से लक्ष्मी की कृपा शीघ्र आपके ऊपर बरसेगी.
केतु :-
शनिवार वाले दिन पीपल के वृक्ष ( peepal tree ) पर मोतीचूर के लड्डू या ईमरावती चढ़ाना.
शनिवार वाले दिन पीपल के वृक्ष पर गंगा जल मिश्रित जल अर्पित करना चाहिए.
जन्म नक्षत्र वाले दिन पीपल के वृक्ष ( peepal tree ) तिल मिश्रित जल अर्पित करना चाहिए.
शनिवार वाले दिन पीपल की परिक्रमा करके उन पर सरसो का तेल चढ़ना चाहिए तथा धुप दिप आदि से उनकी पूजा करनी चाहिए.